चमोली . भगवान बद्री विशाल के दर्शन करने पहुंचे मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीकेटीसी के नवनियुक्त सीईओ थपलियाल ने की सबके कल्याण की मनौती। डिमरी पुजारी समुदाय समेत सभी ने किया थपलियाल का स्वागत सम्मान
बदरीनाथ : कार्यभार ग्रहण करने के बाद श्री बद्रीनाथ धाम पहुंचे श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के नवनियुक्त मुख्य कार्याधिकारी विजय थपलियाल का बद्रीनाथ धाम में पुजारी समुदाय श्री बद्रीनाथ डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत, मंदिर से जुड़े हुए तमाम हक हकूकधारी , तीर्थ पंडा पुरोहित समाज के साथ ही मंदिर समिति के कर्मचारियों ने स्वागत अभिनंदन किया। इससे पूर्व बदरीनाथ धाम पहुंचने पर सर्वप्रथम नवनियुक्त सीईओ विजय थपलियाल ने मंदिर में पहुंचकर भगवान श्री बद्री विशाल एवं श्री महालक्ष्मी की पूजा अर्चना के साथ ही दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया। थपलियाल ने श्री बद्रीनाथ एवं केदारनाथ धाम पहुंचने वाले सभी श्रद्धालु तीर्थ यात्रियों के साथ ही सभी सनातन धर्मावलंबियों के कल्याण की कामना भगवान श्री बदरी विशाल से की।
सीईओ थपलियाल के स्वागत करने वालों में श्री बद्रीनाथ डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के पदाधिकारियों में उपाध्यक्ष भास्कर डिमरी, कोषाध्यक्ष टीका प्रसाद डिमरी, सदस्य कमलेश डिमरी, सह सचिव हेम चन्द्र डिमरी, पंचायत के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष विनोद डिमरी श्री राम, भितला बड़वा शरदचंद्र डिमरी, लक्ष्मी बड़वा गिरीश डिमरी, जॉनी डिमरी,मनोज डिमरी,अंकित,पवन के अलावा धर्म अधिकारी आचार्य राधाकृष्ण थपलियाल, वेदपाठी रवींद्र भट्ट,अधिशासी अभियंता अनिल ध्यानी, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, कुलदीप भट्ट आदि शामिल थे। पंचायत द्वारा थपलियाल का भगवान श्री बद्री विशाल का अंग वस्त्र, तुलसी की माला प्रसाद स्वरूप भेंट करने के साथ ही शॉल ओढ़ाकर स्वागत सम्मान किया गया।
इसके उपरांत सीईओ विजय थपलियाल ने मंदिर कार्यालय का निरीक्षण करते हुए अधिकारी, कर्मचारियों की बैठक लेकर मंदिर से जुडी हुई तमाम व्यवस्थाओं की समीक्षा भी की।
जोशीमठ में नृसिंह मंदिर में पूजा अर्चना के उपरांत मंदिर समिति के सदस्य ऋषि प्रसाद सती आदि स्थानीय लोगों ने सीईओ थपलियाल का स्वागत किया।
वहीं दूसरी ओर श्री बद्रीनाथ डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत द्वारा बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे बर्बरता व अत्याचार की घोर निन्दा करते हुए भगवान श्री बद्री विशाल से बांग्लादेश में रह रहे हिंदुओं के कल्याण की कामना की गई है।नाथ