उत्तराखंड कांग्रेस पौड़ी सीट से प्रत्याशी के लिए राजनीतिक विश्लेषक बोल रहे अछाणे पर निर्भीक होकर अपनी गर्दन रखी गोदियाल ने
देहरादून : उत्तराखंड कांग्रेस में पौड़ी लोकसभा सीट से कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदयाल का टिकट कंफर्म हो गया है राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि उत्तराखंड में अभी तक तीन सीटों में कांग्रेस के सबसे मजबूत दावेदार पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदयाल है हालांकि वह यह भी कह रहे हैं कि पार्टी ने उन्हें एक बार फिर हार के लिए इस सीट से दावेदार बनाया है उत्तराखंड के वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिज्ञ विशेषज्ञ जो उत्तराखंड की राजनीति में अच्छा अनुभव और ज्ञान रखते हैं राजीव नयन बहुगुणा कहते हैं।
-राजीव नयन बहुगुणा
पौड़ी संसदीय क्षेत्र से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने गणेश गोदियाल को उम्मीदवार बनाया हैँ, जिन्हें कोई दो साल पहले निर्दोष एवं पवित्र होने के बावज़ूद प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया था.
कांग्रेस में अंधा क़ानून चलता है. और उससे भयावह कभी कभी काणा क़ानून भी चलता हैँ, जो एक आंख से अपने बेटे, भतीजे, साले, साढ़ू, समधी, मौसा और जीजा को ही देख पाता हैँ. और किसी को नहीं.
जब कांग्रेस के बड़े बड़े तीस मारखां चुनाव लड़ने के नाम पर बीमार पड़ जा रहे हैँ, छुप जा रहे हैँ, अथवा किसी भी बहाने हाथ खड़े कर दे रहे हैँ, ऐसे में गणेश गोदियाल ने अछाणे पर निर्भीक होकर अपनी गर्दन रखी हैँ.
उनकी सौम्यता, सरलता, निर्भीकता एवं लोक निष्ठा से उत्तराखण्ड वाक़िफ़ है.
मुझे भय है कि कभी निष्पक्ष आकलन होने पर वह इस राज्य के सर्व श्रेष्ठ राज पुरुष न साबित हो जाएँ.
मैं न उनका वोटर हूँ, न किसी के चुनाव प्रचार में भाग लेता हूँ.
अतः इस विषयक मेरे शब्द बंध्या हैँ.
लेकिन मैं गोदियाल के लिए लोक यज्ञ का आयोजन अवश्य करुंगा.
हालांकि वह भी जानते हैं कि इस मोदी लहर में गोदयाल भी अपनी सीट नहीं बचा पाएंगे लेकिन वह उत्तराखंड में सबसे मजबूत प्रत्याशी पौड़ी लोकसभा सीट से ही मान रहे हैं उनका मानना है कि पौड़ी लोकसभा सीट से रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेगा।
गणेश गोदयाल की अपनी विधानसभा में उनके विशेष विश्वासपात्र उनके साथ छोड़ चुके हैं यह सभी भारतीय जनता पार्टी में सदस्यता ले चुके हैं जिसमें लंबे समय तक उनके जनसंपर्क अधिकारी वीरेंद्र नेगी उनकी परछाई बनकर हर समय खड़े रहते थे अब वह भाजपा का दामन थाम चुके हैं उनके गृह क्षेत्र से लंबी कार्यकर्ताओं की भी भाजपा में जॉइनिंग हो चुकी है जिसमें पाबौ से ब्लॉक प्रमुख रजनी रावत , राम सिंह रावत, कांग्रेस सचिव आनंद नेगी, जसवंत सिंह रावत, धर्मेश चौहान, हरेंद्र, सुंदर सिंग, यह सभी एक समय में गणेश गोदयाल के राइट और लेफ्ट हैंड हुआ करते थे आज यह सभी भाजपा का दामन थाम चुके हैं ऐसे में लोकसभा चुनाव में गोड्डयाल के लिए उनकी राह मुश्किल जरूर होगी,
पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ेंगे गणेश गोदियाल
24 अप्रैल 1966 को थलीसेण शहर पौड़ी गढ़वाल में जन्म
2002 में विधानसभा चुनाव डॉ रमेश पोखरियाल निशंक को हराकर विधायक बने
2012 में भाजपा के डॉक्टर धन सिंह रावत को हराकर एक बार फिर विधानसभा पहुंचे
2017 और 2022 में लगातार दो बार चुनाव हारे धन सिंह रावत ने लगातार दो बार गणेश गोदयाल को विधानसभा चुनाव में हराया
2012 से 2018 तक बीकेटीसी के अध्यक्ष रहे
वर्तमान में है सीडब्ल्यूसी सदस्य
2021 जुलाई से 2022 अप्रैल तक उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे
पांच बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके गणेश गोदयाल
इस दफा पहली बार लोकसभा के सियासी समर में ताल ठोकेंगे
पांच बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके गणेश गोदयाल तीन बार चुनाव हार चुके हैं दो बार लगातार कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत उन्हें पटकनी दे चुके हैं ऐसे में पौड़ी लोकसभा से लगातार दो बार अपनी विधानसभा हार चुके गणेश गोदयाल क्या जीत का परचम लहरा पाएंगे यह बड़ा सवाल है,