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आपदा पर भारी पड़ रही है आस्था करीब 45 से 50 लाख के भीतर तीर्थयात्री पहुंच चुके बद्रीनाथ केदारनाथ चार धाम के दर्शन

 बदरीनाथ /केदारनाथ

 

बोलिए
भगवान श्री बद्री विशाल की जय
बाबा श्री केदार की जय
गंगोत्री यमुनोत्री मैया की जय
राहु शिव मंदिर की जय

 

लाखों की संख्या में कर चुके हैं सनातन धर्मावलंबी उत्तराखंड के चार धाम दर्शनों का पुण्य लाभ अर्जित

मौसम के बदले मिजाज के बाद भी आपदा पर भारी पड़ रही है आस्था करीब 45 से 50 लाख के भीतर तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं अभी तक उत्तराखंड के हिमालय में

श्री बद्रीनाथ धाम। बीते डेड माह से उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में आपदा की मार झेल रहे राष्ट्रीय राजमार्गों के कई स्थानों पर अवरुद्ध होने के बाद भी देश और विदेश से बद्री, केदार, गंगोत्री, यमुनोत्री के दर्शनार्थ पहुंचने वाले सनातन धर्मावलंबियों का आवागमन बना हुआ है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई जगह भारी टूट फूट के बावजूद भी लोगों की आस्था व विश्वास आपदा पर भारी पड़ रही है। हालांकि मौसम के बदले मिजाज के चलते रास्तों के टूट-फूट होने के दृष्टिगत उत्तराखंड सरकार ने बीते दिनों दो रोज सुरक्षा के दृष्टिगत तीर्थ यात्रा को स्थगित करने का निर्णय लेते हुए तीर्थयात्रियों से सुरक्षित स्थानों पर रुकने की अपील की थी।
कपाट खुलने के बाद अभी तक देश व विदेश से श्री बद्री केदार दर्शन करने वालों की संख्या करीब 23 लाख 50 हजार के पार हो चुकी है जिसमें श्री बद्रीनाथ धाम के दर्शन करने वाले श्रद्धालु तीर्थ यात्रियों की संख्या 11 लाख 50 हजार पहुंच गई है जबकि श्री केदार बाबा के दर्शन अभी तक 12 लाख तीर्थयात्री कर चुके हैं। इसी तरह गंगोत्री व यमुनोत्री में भी 7 व 5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने दर्शन का पुण्य लाभ अर्जित किया है। इसके अलावा सिखों के पवित्र तीर्थ हिमालय में स्थित हेमकुंड साहिब में भी लाखों की संख्या में श्रद्धालु तीर्थयात्रियों ने मत्था टेका।

इस बीच गौरीकुंड व अन्य स्थानों पर आपदा का दंश झेलते हुए प्रकृति के क्रूर तांडव में मारे गए लोगों के प्रति ज्योतिषपीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने गहरी संवेदना प्रकट करते हुए दिवंगत आत्माओं को भगवान श्री हरि से अपने चरणों में लेने व परिजनों को इस दुख की घड़ी में शक्ति प्रदान करने की कामना की है।
शंकराचार्य महाराज ने देश के सभी सनातन धर्मावलंबियों से उत्तराखंड में यात्रा के लिए इन दिनों पहाड़ी क्षेत्र में राजमार्गों की स्थिति की जानकारी लेने के बाद तीर्थ यात्रा कर भगवान श्री बद्री विशाल केदार बाबा के दर्शनों का पुण्य लाभ अर्जित करने की अपील की है। ज्योतिषपीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा इस वर्ष भारत के चार धामों में सर्वश्रेष्ठ धाम के रूप में प्रसिद्ध हिमालय में स्थित श्री बदरीनाथ धाम के कपाट के साथ ही श्री केदारनाथ बाबा व गंगोत्री यमुनोत्री के कपाट नवंबर मध्य में ही बंद होंगे। शंकराचार्य महाराज ने नवंबर के दूसरे सप्ताह तक देश के सभी सनातन धर्मावलंबियों से उत्तराखंड के हिमालय में पहुंचकर दर्शन का पुण्य लाभ अर्जित करने की अपील की है।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज व चमोली जिले के प्रभारी व प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ० धन सिंह रावत ने उत्तराखंड की यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों से प्रशासन के माध्यम से जानकारी लेने के बाद मार्गो के दृष्टि से सावधानी रखते हुए भगवान श्री बद्री विशाल और केदार बाबा के दर्शनों का पुण्य लाभ अर्जित करने की अपील की है।
की है। वहीं दूसरी और उत्तराखंड के पैठाणी स्थित राहु शिव मंदिर समेत सभी शिवालयों में भी दर्शनों के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है।

 

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