इंटरनेशनल स्कूल ऑफ वान्ता में विभिन्न शैक्षिक गतिविधयों को भी जाना
देहरादून :12 मार्च यूरोपीय देशों के भ्रमण के दूसरे दिन प्रदेश के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने विभागीय अधिकारियों के साथ हेलसिंकी (फिनलैण्ड) के विभिन्न शिक्षण संस्थानों का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने पिल्के डे केयर सेंटर हेलसिंकी एवं इंटरनेशलन स्कूल वान्ता में वहां के एजूकेशन मॉडल का बारीकी से अवलोकन किया। इसके अलावा उन्होंने हेलसिंकी में हेउरेका साइंस सेंटर का भी भ्रमण किया।
फिनलैण्ड की राजधानी हेलसिंकी पहुंचे प्रदेश के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डा. रावत ने मीडिया को जारी बयान में बताया कि मंगलवार को उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ हेलसिंकी के शिक्षण संस्थानों का भ्रमण कर वहां की शिक्षण व्यवस्था की जानकारी ली।
अपने भ्रमण के दौरान उन्होंने सबसे पहले पिल्के डे केयर सेंटर का दौरा किया। जहां पर उन्होंने पूर्व प्राथमिक शिक्षा देखभाल (म्ब्ब्म्) का अवलोकन किया। डा. रावत ने बताया कि इस दौरान उन्होंने केन्द्र के प्रबंधक से ईसीसीई को लेकर विस्तृत चर्चा भी की।
उन्होंने बताया कि डे केयर सेंटर में पूर्व प्राथमिक कक्षा हेतु कोई विशेष पाठ्यक्रम लागू नहीं है बल्कि बच्चे खेल-खेल में स्वयं ईवीएम गतिविधि द्वारा सीखते हैं।
जहां पर बच्चों की उम्र के अनुसार विभिन्न मूलभूत सुविधाएं बच्चों को उपलब्ध कराई जाती हैं। इसके पश्चात डा. रावत ने इंटरनेशनल स्कूल ऑफ वान्ता (हेलसिंकी) का भ्रमण किया। जहां उन्होंने विद्यालय में शिक्षण, प्रयोगशाला, संगीत कक्षा-कक्ष, पुस्तकालय व शैक्षणिक गतिविधियों का अवलोकन किया।
विद्यालय भ्रमण के दौरान उन्होंने वहां के शिक्षकों से भी वार्ता की तथा शैक्षणिक गतिविधयों की जानकारी हासिल की। इस दौरान विद्यालय के शिक्षक मैक्स द्वारा पावर प्वाइंट प्रस्तुतिकरण के माध्यम से वहां की शिक्षण व्यवस्था एवं विद्यालय संचालन का विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया। कैबिनेट मंत्री डा. रावत ने बाद में हेउरेका साइंस सेंटर, हेलसिंकी का भी भ्रमण किया। जहां पर साइंस सेंटर में उपलब्ध साइंस के विभिन्न मॉडल के साथ ही प्लेनेटोरियम का भी अवलोकन किया।
इस दौरान उनके साथ सचिव विद्यालयी शिक्षा रविनाथ रमन, निदेशक एससीईआरटी वंदना गर्ब्याल, अपर निदेशक अजय नौरियाल, कंचन देवराड़ी, भगवती प्रसाद मंदोली, मदन मोहन जोशी, प्रद्युमन सिंह रावत व दीपक प्रताप आदि विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।