रुद्रप्रयाग पुलिस व प्रशासन की सतर्कता और त्वरित कार्यवाही से किया गया 1269 यात्रियों का रेस्क्यू।

रुद्रप्रयाग पुलिस व प्रशासन की सतर्कता और त्वरित कार्यवाही से किया गया 1269 यात्रियों का रेस्क्यू।
सोनप्रयाग शटल पुलिस के समीप ऊपर पहाड़ी मलबा पत्थर गिरने तथा मुनकटिया के पास रात्रि में हुई बारिश के चलते मार्ग पैदल आवाजाही के लिए हो गया था पूर्णतया अवरुद्ध।
गौरीकुण्ड की ओर से सोनप्रयाग वापस आने वाले यात्रियों को मुनकटिया स्लाइडिंग जोन के समीप बनाये गये वैकल्पिक कच्चे मार्ग से पार कराते हुए लाया गया सोनप्रयाग तक।
इन दोनों स्थानों पर मार्ग के आवाजाही हेतु खुलने के बाद आज की केदारनाथ धाम की यात्रा हो पायी सुचारु।
जनपद रूद्रप्रयाग में बीते कई दिनों से रही तेज बारिश के कारण यात्रा के मुख्य पड़ाव सोनप्रयाग-मुनकटिया मार्ग पर लगातार हो रही भूस्खलन की घटनाओं के चलते मार्ग कई स्थानों पर अवरुद्ध हो गया था। इस स्थान पर मार्ग के बन्द होने तथा सम्बन्धित कार्यदायी संस्थाओं के ओर से खोले जाने की कार्यवाही निरन्तर जारी रही है, परन्तु आज प्रातःकाल सोनप्रयाग शटल पार्किंग के समीप मार्ग में ऊपर पहाड़ी से बोल्डर व मलबा-पत्थर आने से यहां पर आवाजाही हेतु मार्ग पूर्णतया बाधित हो चला था, स्थिति यह थी कि मुनकटिया स्लाइडिंग जोन क्षेत्र में गौरीकुण्ड की ओर से आने वाले यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग से सोनप्रयाग आने के लिए वैकल्पिक मार्ग से भिजवाना पड़ा। इस कार्य हेतु जिला पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और डीडीआरएफ की टीमों ने आपसी तालमेल व सामन्जस्य के साथ गौरीकुण्ड की ओर फंसे 1269 यात्रियों को सुरक्षित सोनप्रयाग पहुंचाया गया। यह रेस्क्यू अभियान अत्यन्त व्यवस्थित, संवेदनशील और समयबद्ध रूप से संचालित किया गया, जिससे किसी भी यात्री को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हुई। वहीं यात्रा मार्ग को दुरुस्त किये जाने हेतु लगी पीडब्ल्यूडी सहित अन्य विभागों के स्तर से इन स्थानों पर युद्धस्तर पर कार्य करते हुए मशीनों की सहायता से मलबा हटाने और मार्ग को पहले पैदल व बाद में शटल सेवा के वाहनों के संचालन हेतु तैयार किया गया है।
जनपद रुद्रप्रयाग में लगातार हो रही बारिश के चलते सोनप्रयाग से लेकर गौरीकुण्ड तक का शटल सेवा मार्ग सहित सम्पूर्ण पैदल मार्ग संवेदनशील हो चुका है, ऐसे में केदारनाथ धाम यात्रा पर आ रहे श्रद्धालुओं से अपील है कि वे मौसम पूर्वानुमान व अतिरिक्त सतर्कता के साथ केदारनाथ धाम यात्रा पर आयें।