देहरादून
कल जनपद उत्तरकाशी के गंगोत्री हाईवे पर गुजरात के यात्रियों की गंगनानी के पास एक बस खाई में गिर गई। हादसे में सात लोगों की मौत हो गई, जबकि 28 लोग घायल हो गए। गनीमत यह थी यह हादसा और हो जाता यदि बस नीचे नदी में चली जाती तो
गंगोत्री नेशनल हाईवे का अभी तक का इतिहास काफी दर्दनाक रहा है
उत्तरकाशी में पहले भी बड़ी दुर्घटनाएं हुई हैं। 1995 में हुए बस हादसे में 70 और 2017 में हुए बस हादसे में 30 लोगों की जिंदगी लील ली थी। जिले में डबराणी, गंगनानी और नालूपानी का हादसे की दृष्टि से काला इतिहास रहा है।
ये हुए भीषण हादसे
20 सितंबर 1995 को गंगोत्री हाईवे पर डबराणी में हुए बस हादसे में 70 लोगों की जान गई थी।
9 जून 2003 को गंगोत्री हाईवे पर नालूपानी में कार हादसे में 4 लोगों की मौत हुई थी।
9 जुलाई 2006 को गंगोत्री हाईवे पर नालूपानी में बस हादसे में 22 लोगों की मौत हुई थी।
21 जुलाई 2008 को गंगोत्री हाईवे पर सुक्की में बस हादसे में 14 लोगों की मौत हुई थी।
10 दिसंबर 2009 को गंगोत्री हाईवे पर नालूपानी में मैक्स हादसे में 12 लोगों की मौत हुई थी।
9 जून 2010 को गंगोत्री हाईवे पर गंगनानी में कार हादसे में पांच लोगों की मौत हुई थी।
1 अगस्त 2010 को गंगोत्री हाईवे पर डबराणी में ट्रक हादसे में 27 लोगों की मौत हुई थी।
21 मई 2017 को गंगोत्री हाईवे पर नालूपानी में बस हादसे में 30 लोगों की मौत हुई थी।
7 जून 2022 को यमुनोत्री हाईवे पर डाम्टा में बस हादसे में 26 लोगों की मौत हुई थी।
1995 में हुए बस हादसे में 70 और 2017 में हुए बस हादसे में 30 लोगों की जिंदगी लील ली थी। जिले में डबराणी, गंगनानी और नालूपानी का हादसे की दृष्टि से काला इतिहास रहा है।