पाबौ/ पैठाणी
पाबौ ओर पैठाणी राठ क्षेत्र स्थित ढाईज्युली और बाली कण्डारस्यू पट्टी के धुलेत ओर बगेली गांव में मां नंदा-पाती मेले का समापन हो गया है। श्रद्धालुओं ने मां नंदा की पूजा-अर्चना, रात्रि जागरण, भजन-कीर्तन, मंडाण व भंडारे का आयोजन किया।
मेले में आराध्य कुलदेवी मां नंदा की पूजा-अर्चना और ध्वज चढ़ाए जाने को लेकर भक्तों में खासा उत्साह देखा गया।
भक्तों ने जागरण कर भजन-कीर्तन किए। श्रृद्धालुओं ने रातभर मां नंदा के जयकारे लगाते रहे। मंडाण में मां नंदा सहित अन्य देवी-देवताओं का आह्वान किया गया। शनिवार को बगेली धुलेत, मणकोली गांव में मां नंदा की ध्वजा को स्थापित किया। इस दौरान ग्रामीणों पर मां नंदा की पश्वा भी अवरित हुई। जिसके बाद श्रद्धालुओं में रोमांच और भक्ति का अलौकिक स्वरूप देखने को मिला।
बताया जाता है कि इस मेले का मुख्य उद्देश्य मां नंदा देवी के जीवन पर आधारित है। जिसमें मां नंदा देवी को मायके से ससुराल भेजा जाता है। कहते हैं कि यह मेला हर गांव में बारह साल बाद मनाया जाता है। जिसमें सात दिन पूर्व से ढोल दमाउं व ढौरंथाली पहाड़ी बाध्द यंत्र के साथ मां नंदा देवी का दोपहर और रात्रि में नचाया जाता है जिसमें मां नंदा अपने पश्वा पर अवतरित होती है और अपनी बात अपने मायके वालों के सामने रखती है। जिसके बाद मां नंदा को बड़े ही प्यार और हर्षोल्लास के साथ ससुराल के लिए विदाई दी जाती है