धाकड़ धामी को सुप्रीम फटकार कहा मुख्यमंत्री हो तो कुछ भी कर लोगे

दिल्ली
उत्तराखंड के धाकड़ कहे जानेवाले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अपने एक फैसले से फजीहत झेलनी पड़ गई
उत्तराखंड में आईएफएस अफसर राहुल की राजाजी नेशनल पार्क के निदेशक के तौर पर नियुक्ति पर सुप्रीम कोर्ट ने धामी सरकार को खरी-खरी सुनाई है. सुप्रीम कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि ‘हम सामंती युग में नहीं हैं, राजा जो बोले वैसे चले’. कोर्ट ने आगे कहा कि ‘सार्वजनिक विश्वास सिद्धांत नाम की कोई चीज होती है… सिर्फ इसलिए कि वो मुख्यमंत्री हैं, क्या वो कुछ कर सकते हैं?’ बता दें कि आईएफएस अधिकारी राहुल के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही लंबित है.
वहीं सुप्रीम फटकार पर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेसी नेता हरीश रावत ने भी चुटकी ली है,
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत लिखते हैं,
यदि राजा का सलाहकार गलत हो मतलब मुख्यमंत्री का मंत्री गलत हो और वह उससे कुछ ऐसा काम करवा दे जो सामान्य समझ से विपरीत हो तो उसके लिए #मुख्यमंत्री को सार्वजनिक फटकार भी सुननी पड़ती है। मैंने जब श्री राहुल को राजा जी पार्क का डायरेक्टर बनाया तो उसमें कहा था कि जिस व्यक्ति के ऊपर सीबीआई की जांच चल रही है, पाखरो में अवैध पेड़ों के पातन और इलीगल कंस्ट्रक्शन आदि-आदि की, क्या पाप नहीं हुआ पाखरो में? उस व्यक्ति को राजाजी पार्क का डायरेक्टर बनाना उचित नहीं था जबकि आप उसको इसी जांच के चलते कॉर्बेट नेशनल पार्क के डायरेक्टर के पद से हटा चुके हैं और उस समय मैंने एक बात कही थी कि यह #उज्याडू़_पापी_बल्दों की सलाह मुख्यमंत्री को महंगी पड़ेगी और अब जो मुख्यमंत्री जी को फटकार माननीय सुप्रीम कोर्ट से सुननी पड़ी है, वह राज्य के लोगों के लिए चिंता का विषय है।……
फिलहाल फजीहत झेलने के बाद सरकार द्वारा यह फैसला वापस ले लिया गया है,