एसपी रुद्रप्रयाग द्वारा की गयी मासिक अपराध समीक्षा गोष्ठी।

एसपी रुद्रप्रयाग द्वारा की गयी मासिक अपराध समीक्षा गोष्ठी।
लम्बित विवेचनाओं का गुणवत्तापरक निस्तारण करने सहित साइबर ठगी के मामलों में गम्भीरता के साथ कार्यवाही करने के दिये गये निर्देश।
आज दिनांक 08 अगस्त 2025 (शुक्रवार) को एसपी रुद्रप्रयाग अक्षय प्रल्हाद कोंडे ने जनपद के सभी विवेचकों व थाना प्रभारियों के साथ पुलिस कार्यालय सभागार में थानावार व विवेचकवार समीक्षा कर निम्नानुसार आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गयेः-
1. थानावार लम्बित अभियोगों की समीक्षा करते हुए अत्यधिक लम्बे समय से लम्बित चल रही विवेचनाओं का तत्काल गुण-दोष के आधार पर निस्तारण करने के निर्देश दिये गये।
2. नये कानूनी प्रावधानों के अनुरूप विवेचनात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये तथा अभियोग पंजीकृत होने के उपरान्त एस.आई.डी. क्रियेट कर एफ.आई.आर. को लिंक किये जाने के निर्देश दिये गये।
3. महिला एवं बाल अपराधों पर संवेदनशीलता के साथ कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये, जनपद से सम्बन्धित हॉट-स्पॉट्स का चिन्हीकरण कर सी.सी.टी.वी. कैमरे लगवाये जाने हेतु रिपोर्ट प्रेषित करने के निर्देश दिये गये।
4. गुमशुदगी के प्रकरणों में गुमशुदाओं की ढूंढ-खोज करने हेतु सार्थक प्रयास करने, सरहदी जनपदों में बरामद होने वाले अज्ञात महिला व पुरूषों के शवों से जनपद से सम्बन्धित डाटा का मिलान करने के निर्देश दिये गये। जिपनेट/वात्सल्य पोर्टल के माध्यम से सभी राज्यों के गुमशुदाओं व अज्ञात शवों से मिलान की कार्यवाही करने तथा गुमशुदाओं की बरामदगी हेतु पुलिस मुख्यालय से जारी एस.ओ.पी. का अक्षरशः पालन करने के निर्देश दिये गये। अज्ञात शवों की बरामदगी के समय फिंगर प्रिन्ट लिए जाने तथा डी.एन.ए. परीक्षण की कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये।
5. किसी भी अपराध में गिरफ्तार होने वाले अभियुक्त के फिंगर प्रिन्ट नैफिस सिस्टम पर अनिवार्य रूप से लिये जाने के निर्देश दिये गये।
6. विभिन्न संचालित होने वाले पोर्टलों को नियमित चेक करने व उनकी उपयोगिता सुनिश्चित किये जाने हेतु क्वैरीज इत्यादि प्रेषित किये जाने के निर्देश दिये गये।
7. सीसीटीएनएस पोर्टल से सम्बन्धित ऑनलाइन जीडी के ऑकड़े काफी कम प्रदर्शित होने पर नाराजगी प्रकट करते हुए निकट भविष्य में जीडी को शत-प्रतिशत ऑनलाइन किये जाने के निर्देश दिये गये साथ ही सीसीटीएनएस पोर्टल पर अभियोग पंजीकृत होने के उपरान्त विवेचक के स्तर से की जाने वाली कार्यवाही के हरेक फार्म को समय से भरे जाने के निर्देश दिये गये।
8. ई-बीट मॉड्यूल का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित किये जाने तथा लापरवाही बरतने वाले बीट आरक्षियों व हल्का प्रभारियों की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिये गये।
9. डायल 112 पर प्राप्त होने वाली सूचनाओं पर त्वरित रिस्पान्स किये जाने तथा प्राप्त शिकायतों का गुणवत्तापरक निस्तारण करने तथा ऐसे प्रकरण जिनमें प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज की जानी आवश्यक हो, तत्काल एफ.आई.आर. दर्ज कर आवश्यक विधिक कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये।
10. एन.डी.पी.एस. अधिनियम में सार्थक कार्यवाही न होने पर नाराजगी प्रकट करते हुए नशाखोरी की शिकायतों पर सार्थक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये।
11. थाना स्तर पर लम्बित शिकायती प्रार्थना पत्रों का समय से गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किये जाने, सीएम हैल्पलाइन पोर्टल को प्रति दिवस लॉगिन किये जाने व शिकायतकर्ताओं से अनिवार्य रूप से वार्ता कर गुणवत्तापरक निस्तारण किये जाने के निर्देश दिये गये।
12. उत्तराखण्ड पुलिस एप पर प्राप्त होने वाली शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
13. एन.सी.आर.पी. पोर्टल पर प्राप्त साइबर अपराध से सम्बन्धित शिकायतों का समय से निस्तारण किये जाने के निर्देशों सहित साइबर ठगी से सम्बन्धित प्रकरणों में त्वरित कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये।
14. थानों में रखे लम्बित मालों की सूची तैयार कर समय से निस्तारण किये जाने के निर्देश दिये गये।
15. सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु प्रभावी कदम उठाये जाने, ओवर लोडेड वाहनों, यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
16. पुलिस मुख्यालय, परिक्षेत्र व यातायात निदेशालय के स्तर से प्रचलित अभियानों में सार्थक कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये।
17. सभी थानों की जी.आई.एस. बेस्ड मैपिंग की कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये।
18. राष्ट्रीय स्तर पर मादक पदार्थों की सूचना/शिकायत पर एन.सी.बी. द्वारा जारी किये गये मानस हैल्पलाइन पर प्राप्त होने वाली शिकायतों पर कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये।
19. वर्तमान समय में हो रही अतिवृष्टि एवं आपात स्थिति में स्वयं की सुरक्षा सहित त्वरित रिस्पान्स हेतु तैयार रहने तथा जनपदीय आपदा प्रबन्धन व एस.डी.आर.एफ. से उचित समन्वय बनाए रखने के निर्देश दिये गये।
20. थाना क्षेत्रान्तर्गत स्थित स्कूलों व आम जनमानस के साथ विभिन्न विषयों यथा साइबर अपराध, नशे के दुष्प्रभाव, यातायात नियम, नये भारतीय कानून व अन्य समसामयिक विषयों पर नियमित व निरन्तर जन-जागरुकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिये गये।
21. आम जनमानस के साथ निरन्तर संवाद बनाये रखने तथा समय-समय पर सी.एल.जी. गोष्ठी आयोजित करने व मुख्यालय की अपेक्षा के क्रम में प्रत्येक थाने पर प्रतिमाह थाना दिवस आयोजित करने के निर्देश दिये गये।
22. सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर फैलायी जाने वाली अफवाहों व भ्रामक खबरों पर सतर्क दृष्टि रखने के निर्देश दिये गये।
उक्त के अतिरिक्त अपने थाना, चौकी व इकाई परिसर की साफ-सफाई रखे जाने, पुलिस बल के उपयोगार्थ होने वाली सामग्री का मांग पत्र प्रेषित करने, शारीरिक व मानसिक रूप से फिट रहने हेतु विभिन्न गतिविधियां आयोजित किये जाने के निर्देश दिये गये।
आयोजित हुई अपराध समीक्षा गोष्ठी अवसर पर पुलिस उपाधीक्षक रुद्रप्रयाग प्रबोध घिल्डियाल, यातायात निरीक्षक कैलाश शर्मा, प्रतिसार निरीक्षक दमयन्ती गरोड़िया, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली सोनप्रयाग राकेन्द्र कठैत, थाना प्रभारी ऊखीमठ मुकेश चौहान, थानाध्यक्ष अगस्त्यमुनि महेश रावत, थानाध्यक्ष गुप्तकाशी कुलदीप पंत, प्रभारी पुलिस दूरसंचार कपिल नैथानी, प्रभारी अग्निशमन अधिकारी गणनाथ बिष्ट, चौकी प्रभारी गौरीकुण्ड सूरज कण्डारी, चौकी प्रभारी फाटा दिनेश सती, चौकी प्रभारी चोपता सतीश शाह, चौकी प्रभारी घोलतीर जयवीर सिंह, आंकिक प्रदीप कुकरेती, प्रभारी आशुलिपिक नरेन्द्र सिंह व अन्य विवेचकगण मौजूद रहे।