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बिग न्यूज़ : स्मार्ट मीटर मामले में क्यों हंगामा बरपा रहा पक्ष/विपक्ष- मोर्चा

स्मार्ट मीटर मामले में क्यों हंगामा बरपा रहा पक्ष/विपक्ष- मोर्चा

जहां 30 से 43 फ़ीसदी लाइन लॉस है, वहां से शुरु करें स्मार्ट मीटर लगाने की|

रुड़की (ग्रामीण -शहरी), रुद्रपुर लक्सर व बागेश्वर आदि हैं लाइन लॉस के मुख्य केंद्र बिंदु |

लाइन लॉस के चलते जनता का निकल रहा तेल |

अच्छी गुणवत्ता व विश्वसनीय कंपनी के हों मीटर |

स्मार्ट फोन चाहिए, लेकिन स्मार्ट मीटर क्यों नहीं !

विकासनगर -: जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि विगत कुछ दिनों से सत्ता पक्ष और विपक्ष स्मार्ट मीटर मामले में हंगामा काटे हुए हैं, जबकि दोनों दलों को वास्तविक स्थिति यानि लाइन लॉस (डिस्ट्रीब्यूशन लॉस) एवं ए टी &सी हानियों का दूर-दूर तक कुछ अता पता नहीं है | दोनों दल सिर्फ गाल बजाई का काम कर रहे हैं |इस लाइन लॉस के चलते विद्युत उपभोक्ताओं को महंगी बिजली खरीदने पर मजबूर होना पड़ रहा है | अगर अच्छी गुणवत्ता व विश्वसनीय कंपनी के मीटर हों तो इसमें मोर्चा को कोई आपत्ति नहीं है | हालात यह हैं कि रुड़की (शहरी एवं ग्रामीण) विद्युत वितरण खण्डों में 43 फ़ीसदी तक लाइन लॉस चला गया है तथा इसी प्रकार रुद्रपुर 37 फ़ीसदी एवं बागेश्वर 32 फ़ीसदी एवं लक्सर 35.25 फ़ीसदी तक बिजली लाइन लॉस में जा रही है | नेगी ने कहा कि गत वर्ष 2023-24 तक विद्युत वितरण हानियां 13.89 फ़ीसदी एवं ए टी एंड सी हानियां 14.64 फ़ीसदी थी, लेकिन लॉसेस बढ़ते- बढ़ते अगस्त 2024 तक लाइन लॉस 18.96 फ़ीसदी एवं ए.टी.एंड सी. हानियां 33.41 फ़ीसदी तक पहुंच गई, जोकि बहुत बड़ी हानि है तथा इसका बोझ जनता के सर पर पड़ा हुआ है | इस लॉस के चलते 1500- 2000 करोड़ रुपए की राजस्व हानि हो रही है | नेगी ने कहा कि अगर आंकड़ों की बात करें तो सबसे ज्यादा लाइन लॉस विद्युत वितरण खंड, रुड़की (अर्बन) 39.48 फ़ीसदी, रुड़की ग्रामीण 42.89, रुद्रपुर-द्वितीय 37.34 फ़ीसदी, बागेश्वर 32.62 फ़ीसदी, लक्सर 35.25,रुड़की सेंटर 34.35 वाले डिवीजन/ केंद्र हैं तथा कई ऐसे खंड हैं, जो 25- 30 तक पहुंच गए हैं, जिनकी वजह से पूरे प्रदेश का विद्युत उपभोक्ता कराह रहा है | अगर ए टी एंड सी लॉसेस की बात करें तो अगस्त 2024 तक रुड़की (अर्बन) 53.65, रुड़की (ग्रामीण) 53.24,बागेश्वर 49.82,अल्मोड़ा 50.13,रामनगर 48.20,हल्द्वानी 50.01 फ़ीसदी तक पहुंच गई हैं |

 

वर्ष 2022-23 तक लाइन लॉसेस 14.41 फीसदी थी | नेगी ने कहा कि ऊर्जा बचाओ/ बिजली बचाओ का नारा हवा हवाई हो गया है | नेगी ने तंज कसते हुए कहा नेताओं को स्मार्टफोन तो चाहिए, लेकिन स्मार्ट मीटर नहीं ! मोर्चा सरकार से मांग करता है की अत्यधिक लाइन लॉस वाले विद्युत वितरण खंडों से उच्च स्तरीय गुणवत्ता के स्मार्ट मीटर लगाने की शुरुआत करें, जिससे बिजली चोरी रुक सके और जनता को सस्ते दामों में बिजली मिल सके | प्रतिनिधिमंडल में- मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, प्रवीण शर्मा पिन्नी व सुशील भारद्वाज मौजूद थे |

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