एक ही दिन फंदे में फंसे दो राजनैतिक दिग्गज…
दोनों ने गरीब परिवारों से निकलकर खुद बनाई बड़ी जगह..
दोनों ही जनपद पौड़ीगढवाल के राठ क्षेत्र से
देहरादून : एक दूसरे के धुर विरोधी पिछले तीन विधानसभा चुनाव मे एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले भाजपा के धन सिंह रावत और कांग्रेस के गणेश गोदियाल आज अपनी अपनी पार्टी मे दमदार भूमिका मे हैँ. गणेश गोदियाल और धन सिंह दोनों दो दो बार विधायक हो चुके है।
धन सिंह रावत दो बार मंत्री बन चुके हैँ तो गणेश गोदियाल दो बार विधायक, गढ़वाल मंडल विकास निगम के अध्यक्ष और
बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष और कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैँ।
कांग्रेस की राजनीति मे गोदियाल के भाषणों की चर्चा उत्तराखंड प्रदेश ही नहीं देश मे भी होने लगी है,कांग्रेस के बड़े बड़े नेता उनकी पोस्ट शेयर करने लगे हैँ,उनके भाषणों की क्लिप चलाते हैँ।
तो धन सिंह रावत का भाजपा संगठन मे कद किसी से छिपा नहीं हैँ उन्हें संघठन का ज़मीनी नेता कहा जाता है.भाजपा मे महामंत्री संघठन से लेकर तमाम जिम्मेदारी निभा चुके धन सिंह भाजपा के लिए पूरे देश मे वोट की गणित बिठाते दिखाई पड़ते हैँ.पिछले दिनों धन सिंह रावत का प्रधानमंत्री मोदी से मिलना खूब चर्चाओं मे रहा कि आने वाले वक़्त मे जिम्मेदारी बढ़ सकती है।
गणेश गोदियाल अपने तीनों बच्चों की शादी कर पारिवारिक जिम्मेदारी से फारिग हो चुके हैं तो धन सिंह रावत के बच्चे अभी स्कूल में पढ़ रहे हैँ।
एक दूसरे से निबटने के तमाम राजनैतिक झगड़ो के बीच दोनों मे एकमात्र समानता यह है कि दोनों शादी के बंधन मे एक ही तिथि को बंधे इस अनोखे और गजब के संयोग की श्रीनगर के राठ से लेकर बद्रीनाथ केदारनाथ मे भी खूब चर्चा होती है।
वरिष्ठ पत्रकार गजेंद्र रावतक फेसबुक वाल् से