हरिद्वार
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें मां द्वारा अपने 5 वर्षीय बेटे को मारने की बात कही जा रही है पुलिस के अनुसार
हर की पैड़ी पर महिला द्वारा बच्चे को डुबोकर मारने की बात गलत है
मामला प्रथम दृष्टया आस्था व “अंतिम उम्मीद” से जुड़ा हुआ है, प्रत्येक बिंदु पर जांच जारी है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रतीक्षा है
बिना तथ्यों/facts के कृपया विभिन्न प्लेटफार्म पर अनर्गल वायरल हो रहे वीडियो को शेयर न करें।
आज दिन में हर की पैड़ी में एक छोटे बच्चे को गंगा जी में डुबोने का वीडियो वायरल हो रहा है जिसकी लोग अपने-अपने तरीके से व्याख्या कर रहे हैं।
बच्चा ब्लड कैंसर रोग से पीड़ित था जिसको बिल्कुल ही अंतिम अवस्था होने के कारण एम्स नई दिल्ली द्वारा लेने से मना करने पर अंतिम उम्मीद के रूप में मां-बाप, मां गंगा के घाट पर “गंगा स्नान/अंतिम उम्मीद की किरण” के चलते हरिद्वार लाए।
उक्त संवेदनशील एवं दुर्भाग्यपूर्ण घटना के पश्चात शाम 5:00 बजे से पहले नियमानुसार पोस्टमार्टम की कार्रवाई की गई जहां डॉक्टर से हुई मौखिक वार्ता के अनुसार “फेफड़ों में पानी नहीं था डूबने से बच्चे की मौत नहीं हुई है, बच्चे के शरीर में अकड़न भी थी etc” हालांकि विस्तृत रूप से आधिकारिक रिपोर्ट की प्रतीक्षा है।
प्रकरण बच्चे से जुड़ा हुआ होने के कारण बेहद संवेदनशील है और हरिद्वार पुलिस प्रत्येक पहलू पर बारीकी से जांच कर रही है।
कुछ घंटे पहले एसपी सिटी श्री स्वतंत्र कुमार सिंह द्वारा प्रेस वार्ता में मीडिया कर्मियों को घटना से संबंध में विस्तार से जानकारी भी दी गई।
इस प्रकार के संवेदनशील प्रकरणों में कृपया गलत तथ्यों के साथ वीडियो को वायरल न करें।