उत्तराखंडदेहरादून

जंगलों में आग लगने की सूचना तत्काल कंट्रोल रूम को दें अधिकारी

 

वनाग्नि घटनाओं की रोकथाम के लिए गंभीरता से कार्य करें अधिकारीः जिलाधिकारी

 

26 अप्रैल, 2024वनाग्नि घटनाओं की रोकथाम हेतु जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान ने एनआईसी कक्ष में बैठक ली। उन्होंने उपजिलाधिकारी, वन विभाग, राजस्व व खंड विकास अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में निगरानी बनाने के निर्देश दिये हैं। कहा कि जंगलों में आग लगने की सूचना तत्काल कंट्रोल रूम में देना सुनिश्चित करें।

शुक्रवार को वनाग्नि रोकथाम की बैठक में जिलाधिकारी ने समस्त उपजिलाधिकारियों को प्रतिदिन वनाग्नि की रिपोर्ट कंट्रोल रूम को देने के निर्देश दिये हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में आग लगने की सूचना प्राप्त होती है उस क्षेत्र में आग लगाने वाले व्यक्तियों पर आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि जो व्यक्ति आग लगाने वाले व्यक्तियों की सूचना किसी अधिकारी या कंट्रोल रूम को देता है उनका नाम गोपनीय रखा जायेगा।

जिलाधिकारी ने वनाग्नि की रोकथाम के लिए समस्त उपजिलाधिकारी व खंड विकास अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की है। कहा कि वनाग्नि घटनाओं पर निरंतर रूप से अपने-अपने क्षेत्रों में निगरानी बनाये रखें। उन्होंने कहा कि वन विभाग, आपदा व पुलिस विभाग अपने-अपने कंट्रोल रूमों को सक्रिय रखें तथा आग लगने की सूचना प्राप्त होते ही संबंधित क्षेत्र के अधिकारी को तत्काल उसकी सूचना दें। जिससे उस क्षेत्र में वनाग्नि घटनाओं को रोका जा सकेगा।

जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षाधिकारी को सख्त निर्देश दिये हैं कि ऐसे विद्यालय जिनका रास्ता जंगलों से होते हुए गुजरता है उन स्कूलों की सूचना तत्काल उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा कि इन विद्यालयों के आस-पास आग लगने की सूचना मिलती है तो ऐसे विद्यालयों में अवकाश समय पर देना सुनिश्चित करें। उन्होंने शिक्षा विभाग के खंड स्तरीय अधिकारियों को ऐसे क्षेत्रों में निरंतर निगरानी बनाने के निर्देश दिये हैं। वहीं जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग को आग से बचाने के लिए विद्युत ट्रांसफार्मरों की सेफ्टी करने के निर्देश दिये हैं। साथ ही उन्होंने सभी थाना व अन्य अधिकारियों को वनाग्नि घटनाओं के प्रति सक्रिय रहने को कहा।

उन्होंने कहा कि ग्राम प्रहरियों की जिम्मेदारी गांव के आस-पास आग लगने की सूचना तत्काल कंट्रोल रूम को देना होगा। इसके अलावा उन्होंने खंड विकास अधिकारियों को ग्राम प्रधानों के साथ बैठक कर वनाग्नि घटनाओं की रोकथाम के लिए आवश्यक कार्यवाही करने को कहा। जिलाधिकारी ने कहा कि पुलिस डीसीआर, आपदा कंट्रोल रूम व वन विभाग के कंट्रोल में तैनात कार्मिक समन्वय से कार्य करें। उन्होंने कहा कि जंगलों में आग लगाने वाले व्यक्तियों की सूचना देने के लिए टोल फ्री नम्बर 18001804141 पर शिकायत कर सकते हैं, शिकायतकर्ता का नाम गोपनीय रखा जायेगा।

बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह, प्रशिक्षु आईएएस दीक्षिका जोशी, डीएफओ गढ़वाल स्वन्पिल अनिरूद्व, डीएफओ सिविल एवं सोयम प्रदीप कुमार धोलाकंड़ी, उपजिलाधिकारी श्रीनगर नूपुर वर्मा, चौबट्टाखाल अनिल चिन्याल, एसीएमओ डॉ. पारूल सहित अन्य अधिकारी वर्चुअल माध्यम से उपस्थित थे।

 

 

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button